600 से ज्यादा महिलाओं व युवतियों को अश्लील बातचीत कर परेशान करने वाले साइको कॉलर को पुलिस ने किया गिरफ्तार


यपुर. फर्जी आईडी से सिम जारी करवाकर फोन कॉल्स व व्हाट्सएप कॉल कर 600 से ज्यादा महिलाओं व युवतियों को अश्लील बातचीत कर परेशान करने वाले साइको कॉलर को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में वेस्ट जिले की चौमूं थाना पुलिस ने की। जिन्होंने साइको कॉलर के साथ उसके एक साथी को भी गिरफ्तार किया है।


ये दोनों युवक पिछले करीब नौ साल से राजस्थान के अलावा गुजरात में भी फोन कॉल्स के जरिए महिलाओं को परेशान किया करते थे। डीसीपी वेस्ट कावेंद्र सिंह सागर ने बताया कि गिरफ्तार मुख्य आरोपी सुरेश कुमार यादव (29) है, जो कि टीबा वाली ढाणी, रामकुई पचार थाना कालवाड़ जयपुर में रहता है। जबकि दूसरा साथी आरोपी राकिशोर यादव (19) है। वह गांव रायथल, थाना कालाडेरा जयपुर ग्रामीण का रहने वाला है।


डीसीपी सागर ने बताया कि गत 5 नवंबर को एक युवती ने चौमूं थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसमें बताया कि उसके मोबाइल नंबरों पर 18 अक्टूबर को एक मैसेज आया। जिसमें सुमन के नंबर मांगे। इसके बाद किसी युवक के लगातार फोन आने लगे। जो कि गंदे मैसेज किए। इसके बाद आरोपी ने युवती के नंबरों को कहीं और फॉरवर्ड कर दिया। तब युवती को कई नंबरों से फोन आने लगे।


वे धमकाने लगे कि तुमने हमें गंदे मैसेज क्यों किए है। युवती का कहना था कि उसने या परिजनों ने कभी उन नंबरों का उपयोग कभी नहीं किया। वहीं, आरोपी एक अन्य नंबरों से उससे मिलने का दबाव डाल रहा था। उसकी बात नहीं मानने पर उसे व परिवार को हानि पहुंचाने की धमकियां देता था। ऐसे में परेशान होकर युवती ने शिकायत की। जिसमें युवती ने आरोपी रामकिशोर यादव पर उसके नंबर लेने की बात कही। 


डीसीपी कावेंद्र सागर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एडिशनल डीसीपी बजरंग सिंह व एसीपी फूलचंद मीणा के निर्देशन में केस का अनुसंधान करने के निर्देश दिए। तब पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मोबाइल नंबरों के आधार पर लोकेशन ट्रेस कर मुख्य साइको कॉलर सुरेश कुमार यादव व उसके साथी रामकिशोर को पकड़ा।


एडिशनल डीसीपी बजरंग सिंह ने बताया कि फर्जी आईडी से फोन व मैसेज कर परेशान किया जाता है। ये अपनी जगह व मोबाइल नंबर बदलकर फोन करते है, ताकि पकड़े नहीं जा सके। ये दूर इलाकों से फोन करते थे। फिर मोबाइल बंद कर लेते थे। इन्हें पकड़ने में सायबर सेल के एक्सपर्ट कांस्टेबल लक्ष्मीकांत, हैडकांस्टेबल रामसिंह, कांस्टेबल ख्यालीराम व राकेश कुमार ने अहम रोल निभाया।