नई दिल्ली
नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ कांग्रेस रविवार को 6 घंटे के लिए धरने पर बैठेगी। यह धरना राजघाट पर रविवार दोपहर 2 बजे से रात 8 बजे तक आयोजित किया जाएगा। धरना में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी पहुंचेंगे। देशभर में इस कानून के खिलाफ व्यापक प्रदर्शन हो रहे हैं और शनिवार को बिहार में आरजेडी ने बंद का आह्वान किया जिस दौरान हिंसा की खबरें भी सामने आ रही हैं।
इससे पहले शुक्रवार को सोनिया ने विडियो संदेश जारी कर केंद्र सरकार पर हमला बोला था और लोकतंत्र में लोगों को सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने का अधिकार है, लेकिन सरकार उनकी घोर उपेक्षा कर रही है और क्रूरता पूर्वक दबा रही है।
धरने की घोषणा ऐसे समय में की गई है जब शनिवार सुबह ही सोनिया के विडियो संदेश को रीट्वीट करते हुए राजनीतिक रणनीतिकार और जेडीयू नेता प्रशांत किशोर ने कांग्रेस पर निशाना साधा था। प्रशांत ने लिखा था, 'कांग्रेस सड़क पर नहीं है और इसका शीर्ष नेतृत्व सीएए-एनआरसी के खिलाफ आम लोगों की लड़ाई से दूर है। कम से कम पार्टी इतना तो कर सकती है कि वह अपने सभी कांग्रेस सीएम को दूसरे सीएम के साथ प्रदर्शन में शामिल होने कहे, जिन्होंने कहा है कि वे अपने राज्यों में एनआरसी लागू नहीं होने देंगे और ऐसे बयान (सोनिया का बयान) का कोई मतलब नहीं है।'
कांग्रेस के ज्यादातर नेता विरोध-प्रदर्शनों से भले ही दूर रहे हों, लेकिन प्रियंका गांधी वाड्रा शुक्रवार को इंडिया गेट पहुंचीं और प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की। उन्होंने शनिवार को बयान जारी कर बीजेपी पर देश में तानाशाही का तांडव करने का आरोप लगाया था। उन्होंने सीएए और एनआरसी को गरीबों के खिलाफ बताया।