अहमदाबाद
गुजरात में जाति के नाम पर हिंसा की एक और वारदात में मेहसाणा जिले के कोठसाना गांव में एक दलित युवक को कथित रूप से दरबार समुदाय के लोगों की ओर से अपनी मूंछें साफ करने के लिए मजबूर कर दिया गया। युवक ने सोशल मीडिया वेबसाइट टिक टॉक पर अपनी मूंछों पर ताव देते हुए विडियो अपलोड किया था। किसी प्रकार के संकट से बचने के लिए युवक संजय परमार ने खुद ही अपनी मूंछे साफ कर दीं।
इसके बाद भी अन्य युवकों ने कथित रूप से संजय के खिलाफ जातिगत टिप्पणियां की और मारपीट की। संजय को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आरोपियों ने कथित रूप से संजय को घुटने के बल झुकने और मूंछ रखने के लिए माफी मांगने को मजबूर किया। इस बीच पुलिस ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं और एससी/एसटी ऐक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। सभी आरोपी फरार हो गए हैं और उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस तलाशी अभियान तेज कर दिया है।
मेहसाणा के एसपी मनीष सिंह ने कहा, 'युवक को अपनी मूंछें काटने के लिए कहा गया था और उसने किसी विवाद से बचने के लिए खुद ही मूंछ काट ली।' इस बीच एफआईआर में कहा गया है, 'संजय जब अपने घर में था, उसी समय संजय सिंह और राजदीप सिंह ने उसे बाहर बुलाया। वे संजय परमार को अपने साथ मोटरसाइकिल पर एक सब स्टेशन ले गए जहां अन्य आरोपी भी मौजूद थे। उन्होंने परमार से पूछा कि क्या वह बापू (क्षत्रिय समुदाय के लिए इस्तेमाल होने वाला शब्द) बनना चाहता है।'
'मूंछ रखने का अधिकार नहीं'
एफआईआर में कहा गया है कि संजय सिंह और राजदीप सिंह ने परमार से कहा कि उसे मूंछ रखने और उसका विडियो अपलोड करने का अधिकार नहीं है। उन्होंने परमार को जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद संजय परमार घर आए और उन्होंने अपनी मूंछ साफ कर दी। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी गांव से फरार हैं और उन्हें तलाश किया जा रहा है।
संजय परमार के पिता रनछोड़ परमार ने कहा, 'मेरा बेटा 10वीं तक पढ़ा है। वह लेबर का काम करता है। उसने एक गाने पर अपनी मूंछों को ताव दिया था। कुछ समय बाद आरोपियों ने उसे बुलाया और मूंछ साफ करने के लिए कहा। हम कोई विवाद नहीं चाहते थे, इसलिए मैं उनसे मिला और आश्वासन दिया कि मेरा बेटा अपनी मूंछ हटा देगा। मेरे बेटे ने मूंछ हटा भी दी लेकिन इसके बाद भी उन लोगों ने बुलाया और बुरी तरह से पीट दिया। बाद में उन्होंने सोशल मीडिया में लिखा कि कैसे उन्होंने एक दलित को मूंछ हटाने के लिए मजबूर किया। यह वायरल हो गया।' बता दें कि पहले भी गुजरात में इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं।