बारां. जिले में छबड़ा के राजकीय चिकित्सालय में सोमवार सुबह 4 माह की बच्ची की मौत हो गई। परिजन का आरोप है कि डॉक्टरों ने बच्ची का इलाज करने से मना कर दिया था। समय से इलाज न मिलने के कारण बच्ची की मौत हुई। परिजन का यह भी आरोप है कि जब बच्ची को लेकर वह डॉ. भूपिंदर मीणा के आवास पर पहुंचे तो वह लठ्ठ लेकर बाहर निकले और बच्ची को देखने से मना कर दिया। परिजन ने डॉ. मीणा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
बच्ची की मां अफ्साना ने बताया कि रविवार रात बच्ची की तबीयत खराब हो गई थी। इसके बाद बच्ची को राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया। सोमवार तड़के 5 बजे बालिका की तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद अस्पताल परिसर में कई डाक्टरों के पास गए, लेकिन किसी ने नहीं सुना। इस दौरान वह डॉ. मीणा के घर पर भी गए और आवाज़ दी। इस पर डॉक्टर लट्ठ लेकर बाहर निकले। उन्होंने भी बच्ची को देखने से मना कर दिया और अभद्रता करके वहां से भगा दिया। इसके बाद वह फिर अस्पताल पहुंचे। अस्पताल में मौजूद अन्य डाक्टरों ने बच्ची को बारां रेफर कर दिया गया, लेकिन रास्ते में ही बच्ची ने दम तोड़ दिया।
तत्काल निलंबित करने की मांग
परिजन का कहना है कि डॉ. मीणा ने समय पर इलाज कर दिया होता तो बच्ची की जान बच सकती थी। मामले में पार्षद सहित परिजनों व अन्य लोगों ने एसडीएम कार्यालय पर पहुंचकर हंगामा भी किया। वहीं, इस मामले पर डाॅ. मीणा का कहना है की वह छुट्टी पर थे। बालिका के परिजन उनका गेट पीट रहे थे। परिजन द्वारा मारपीट की आशंका थी, इसलिए आत्मरक्षा के लिए लकड़ी लेकर आए। पहले बच्ची के परिजनों ने अभद्रता की।