जयपुर. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने रविवार को राजस्थान में कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए हो रहे प्रयासों के बारै में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में प्रतिदिन 4-5 हजार सैंपल लिए जा रहे हैं। वहीं चिकित्सा विभाग द्वारा 5256 टेस्ट प्रतिदिन किए जा सकते हैं।
शर्मा ने कहा कि भीलवाड़ा में आईसीएमआर द्वारा टेस्ट की अनुमति मिल चुकी है। जयपुर के आरयूएचएस (राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय) में भी आईसीएमआर ने प्रतिदिन 250 टेस्ट करने की अनुमति दे दी है। इसे आगे 1000 टेस्ट तक बढ़ाया जाएगा। जयपुर और जोधपुर में टेस्ट की तादात बढ़ाने के कोबास-8800 मशीन खरीदने का ऑर्डर दिया जा चुका है। इन मशीनों के आने के बाद प्रतिदिन 3 से 4 हजार जांचें अतिरिक्त की जा सकेंगी। कोरोना को रोकने के लिए प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी जांच बढ़ाने की सुविधाओं में विस्तार किया जा रहा है।
संक्रमण पर रोक नहीं होती तो आंकड़ा 3400 के पार होता
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार के योजनाबद्ध प्रयासों के चलते प्रदेश में 14 अप्रेल के बाद कोरोना के संक्रमण दर में भारी गिरावट आई है। यदि संक्रमण की गति पहले जितनी रहती तो संक्रमितों की तादात 3400 से ज्यादा होती। उन्होंने बताया कि 14 अप्रेल के बाद संक्रमण पर पूरी तरह काबू कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले तक 8 दिनों में प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या दोगुनी हो रही थी लेकिन उस पर भी हमने लगाम लगाई है। अब 12 दिनों में यह संक्रमण दोगुना हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में टेस्टिंग और सैंपलिंग में कोई कमी नहीं की गई है।
प्रदेश में 6.60 लाख लोग हैं होम क्वारैंटाइन में
डॉ. शर्मा ने बताया कि वर्तमान मे राज्यभर में 1143 कोरोना संक्रमित अस्पतालों में भर्ती हैं, इनमें से कुछ लोग ही आईसीयू में है। साथ ही प्रदेश में 6.60 लाख लोग होम क्वारैंटाइन में रहे हैं, जबकि 32-33 हजार लोग संस्थानिक क्वारैंटाइन में रह रहे हैं।
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि रविवार 2 बजे तक कोरोना पॉजीटिव की संख्या 2152 तक पहुंची। इनमें से 518 लोग पॉजीटिव से नगेटिव हो चुके हैं और 244 को तो डिस्चार्ज भी किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि देश में सर्वाधिक लगभग 83 हजार जांचें केवल राजस्थान में ही हुई हैं।
प्रवासी राजस्थानी और प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी के लिए बनाया जा रहा है विशेष मैकेनिज्म
रघु शर्मा ने बताया कि लॉकडाउन के कारण बड़ी संख्या में प्रवासी राजस्थानी और प्रवासी श्रमिक राजस्थान सहित अन्य राज्यों में अटके हुए हैं। सरकार उनकी घर वापसी के लिए विशेष मैकेनिज्म विकसित कर रही है ताकि बिना सोशल डिस्टेंसिंग के उल्लंघन और परेशानी के उन्हें राजस्थान लाया जा सके।