नई दिल्ली
शराब के शौकीनों के लिए बुरी खबर है। दिल्ली में मंगलवार से शराब 70 फीसद महंगी हो गई है। दिल्ली सरकार ने शराब की बिक्री पर 'स्पेशल कोरोना फ़ीस' वसूलने का फैसला किया है। कोरोना फीस को लेकर कैबिनेट में चर्चा हुई थी और उसी में यह राय बनी कि शराब की बिक्री पर कोरोना फीस वसूली जाए। सोमवार देर रात को इस बारे में आदेश भी जारी हो गया।
MRP का 70% होगी फीस
शराब पर 70 फीसद कोरोना फीस लगाई जा रही है। यह स्पेशल फीस MRP का 70 फीसदी है। इस तरह से लॉकडाउन पीरियड के दौरान शराब पहले से कहीं ज्यादा महंगी हो जाएगी। दिल्ली सरकार को शराब की बिक्री से काफी टैक्स मिलता है। लेकिन लॉकडाउन के बाद 24 मार्च से शराब की दुकानें बंद थीं।
दिल्ली में कुछ इस तरह होंगी नई कीमतें (wine rate list in delhi)
ब्रैंड का नाम पुराने दाम (750ml) नई कीमत (750ml)*
Antiquity Blue Ultra Premium Whisky 900 1,530
McDowells No. 1 370 629
Officers Choice Rare 290 493
Blenders Pride Rare 750 1,275
Royal Challenge 450 765
Royal Stag Premier 450 765
100 Pipers Blend 12YO 2,000 3,400
8 PM 500 850
Black Dog Centenary 1,450 2,465
CHIVAS Regal 12 YO 2,800 4,760
*अनुमानित दाम (रुपये में)
रात में आया नया नोटिफिकेशन
दिल्ली एक्साइज डिपार्टमेंट की ओर से दे रात जारी किए गए नोटिफिकेशन के मुताबिक दिल्ली में सुबह 9 से शाम 6.30 बजे तक शराब की दुकानें खुलेंगी। हालांकि पहले ही दिन जो दुकानें खुलीं, वहां भारी भीड़ उमड़ी और अफरातफरी के बीच पुलिस को दुकानें बंद भी करवानी पड़ी। दरअसल दिल्ली सरकार को लॉकडाउन के दौरान राजस्व आना बहुत कम हो गया है। अप्रैल में जहां आमतौर पर 3500 करोड़ का राजस्व आता था, वहीं इस बार अप्रैल में केवल 300 करोड़ का राजस्व ही आया है। अब दिल्ली सरकार ने केंद्र की गाइडलाइंस के मुताबिक दुकानें खोलने की इजाजत दी है।दिल्ली पुलिस ने तैयार की रिपोर्ट
शराब की दुकानों के सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने सोमवार को एक रिपोर्ट तैयार की। इसमें पुलिस की ओर से सुझाव दिया गया है कि शराब बेचने की टाइमिंग बढ़ाई जाए, जिससे दुकानों पर भीड़ न हो। साथ ही दुकानों में उचित स्टॉक रखने की सलाह भी दी गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि लोग जरूरत से ज्यादा शराब की खरीदारी करेंगे। शराब की दुकान के प्रबंधन को दुकान के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग के लिए जमीन पर निशान बनाने की बात कही गई है। भीड़ संभालने के लिए कर्मचारी भी मौजूद होना चाहिए।