घर लौटते अपनों से हड़कंप, कई राज्यों के ग्रीन जोन में अब 'रेड अलर्ट'


नई दिल्ली
देश में हर रोज कोरोना मरीजों की संख्या एक नया रेकॉर्ड बना रही है। बिहार, राजस्थान जैसे राज्यों में प्रवासियों के लौटने के बाद वहां कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कई ग्रीन जोन इलाकों में अब प्रवासियों के लौटने के बाद 'रेड अलर्ट' है। क्योंकि दूसरे राज्यों से लौटने वाले सैकड़ों लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। ऐसे में आने वाले दिनों इन राज्यों में कोरोना मरीजों की संख्या और बढ़ सकती है।


बिहार में तेजी से बढ़े कोरोना के मामले
दूसरे राज्यों से बिहार लौट रहे लोगों में कई कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े के मुताबिक, पिछले 4 दिनों में बिहार में 400 से ज्यादा कोविड-19 पॉजिटिव मामले आए हैं। विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार की ओर से जारी आंकडों पर गौर करें तो अन्य राज्यों से विशेष ट्रेनों से आए प्रवासी मजदूरों में से 8337 नमूनों की जांच की गई है, जिसमें 651 पॉजिटिव पाए गए हैं। इसका अनुपात देखें तो बिहार पहुंचने वाला करीब हर चौथा शख्स कोरोना पॉजिटिव निकल रहा है। अब तक लगभग साढ़े चार लाख प्रवासी मजदूरों की घर वापसी हो चुकी है। लेकिन उनमें से मात्र 8337 के नमूमों की जांच में 651 पॉजिटिव पाए गये हैं। टेस्टिंग की रफ्तार बढ़ने के साथ संक्रमित मरीजों की संख्या में भी तेजी से इजाफा होगा।


बिहार में कोई ग्रीन जोन नहीं
बिहार के सभी 38 जिलों में कोरोना के मरीज मिले हैं। राजधानी पटना में कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज मिले हैं। राज्य सरकार प्रवासी मजदूरों को निर्धारित क्वारंटीन सेंटर में 14 दिन के लिए रख रही है। बिहार के 5 जिले पटना, मुंगरे, रोहतास, बक्सर और गया रेड जोन में है जबकि बाकी के 33 जिले ऑरेंज जोन में हैं।


राजस्थान में भी बढ़ा संक्रमण
राजस्थान में भी जैसे-जैसे प्रवासियों का आना बढ़ रहा है वहां कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है। राज्य आने के लिए करीब 14 लाख प्रवासियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। सरकारी आंकड़े के मुताबिक अबतक करीब 3 लाख प्रवासी राज्य पहुंचे हैं। राज्य के जालोर-सिरोही, बारा, बाड़मेर और राजसमंद जिले ग्रीन जोन में थे लेकिन इन जिलों को लौटे कई प्रवासी मजूदर कोरोना से पीड़ित पाए गए हैं। अबतक 888 प्रवासी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। सबसे ज्यादा आदिवासी इलाके में प्रवासी बने खतरा, अकेले डूंगरपुर में 200 से अधिक मिले हैं संक्रमित। राज्य के 22 जिलों में प्रवासियों के कारण कोरोना के मामले बढ़े हैं।


राजस्थान के कोरोना मुक्त जिलों में फिर से केस
राज्य के चूरू और भीलवाड़ा जिले में कोरोना खत्म हो गया था, लेकिन दूसरे राज्यों से आए प्रवासियों के कारण यहां फिर से कोरोना के केस मिले हैं। ऐसे में अब राज्य के कई ऐसे जिले जहां कोरोना के कम मामले थे वहां भी रेड अलर्ट कर दिया गया है। आने वाले दिनों में राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ सकती है।


मध्य प्रदेश में भी बढ़े मामले
18 मई तक मध्यप्रदेश में कुल 4.17 लाख प्रवासी मजदूर अबतक वापस लाए गए हैं। जिसमें 100 श्रमिक स्पेशल ट्रेन से 1, 34, 701 लोग हैं। बाकी बसों के जरिए लाए गए हैं। राज्य में 5 हजार से ज्यादा कोरोना के केस सामने आ चुके हैं। पिछले कुछ दिनों में राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी देखी जा रही है। माना जा रहा है कि प्रवासियों के कारण भी कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। इंदौर और उज्जैन जिले को राज्य सरकार ने रेड जोन घोषित किया है बाकी सभी जिलों को ग्रीन जोन में शामिल किया गया है। राज्य में ऑरेंज जोन को खत्म कर दिया गया है। लेकिन जैसे-जैसे राज्य में प्रवासी मजदूर लौट रहे हैं यहां कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने की आशंका गहराती जा रही है।


प्रवासियों ने बढ़ाया उत्तराखंड का सिरदर्द
उत्तराखंड में प्रवासियों के वापस आने से कोविड-19 के मामलों में अप्रत्याशित वृद्धि देखी जा रही है। दस दिन पहले राज्य के लोगों को वापस लाने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद से अब तक 17 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने यहां कहा कि राज्य में जब से प्रवासियों का लौटना शुरू हुआ है तब से जिन लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है ये सभी व्यक्ति महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा या दिल्ली से आए हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार दो लाख से अधिक प्रवासियों में से अभी तक 82,834 लोग राज्य में वापस आए हैं और यह प्रक्रिया आने वाले 10-15 दिन तक चलेगी।


ग्रीन और ऑरेंज जोन में बढ़ी टेंशन
उत्तराखंड में कोई भी जिला रेड जोन में नहीं है। अल्मोड़ा,देहरादून, नैनीताल, पौड़ी, ऊधमसिंहनगर, उत्तरकाशी को ऑरेंज जोन में रखा गया है जबकि हरिद्वार, टिहरी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर, चंपावत को ग्रीन जोन में। ग्रीन जोन में सभी प्रकार की गतिविधियों की छूट दे दी गई है। लेकिन जैसे-जैसे राज्य में प्रवासी लौट रहे हैं यहां भी कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने का खतरा मंडरा रहा है।