रांची
झारखंड के बड़े अस्पताल रिम्स में एक जूनियर डॉक्टर से छेड़छाड़ और बलात्कार की कोशिश करने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक, ये डॉक्टर कोरोना ड्यूटी में तैनात थी। अस्पताल के ही सीनियर डॉक्टर पर जूनियर डॉक्टर से रेप की कोशिश करने का आरोप लगा है। घटना के बाद से आरोपी फरार है, फिलहाल पुलिस ने आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। साथ ही आरोपी को पकड़ने की कोशिश में जुटी हुई है।
रांची रिम्स में महिला डॉक्टर से रेप की कोशिश
पूरा मामला गुरुवार को उस सामने आया जब रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) की जूनियर डॉक्टर ने अस्पताल प्रबंधन के सामने आरोपी सीनियर डॉक्टर के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई। आरोपी डॉक्टर की पहचान डॉ. अरुण कुमार मौर्य के तौर पर हुई है। पीड़िता ने अस्पताल प्रबंधन से आरोपी सीनियर डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की। जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने महिला डॉक्टर की शिकायत को बरियातू पुलिस स्टेशन के थाना प्रभारी को भेज दिया। इसके बाद शुक्रवार को पुलिस ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज कर ली गई।
अस्पताल के सीनियर डॉक्टर पर छेड़छाड़-रेप की कोशिश का आरोप
रिम्स के निदेशक डीके सिंह ने कहा, 'यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और प्रबंधन आरोपी डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेगा।' यह पूछे जाने पर कि क्या अस्पताल प्रशासन इस घटना की आंतरिक जांच करेगा, रिम्स के निदेशक डीके सिंह ने कहा, 'अगर महिला डॉक्टर आंतरिक जांच के लिए कहती हैं, तो हम अपने स्तर पर मामले की जांच करने के लिए इस केस को रिम्स की महिला सेल को सौंप देंगे।'
कोविड-19 ड्यूटी में तैनात जूनियर डॉक्टर ने दर्ज कराई शिकायत
आरोपी सीनियर डॉक्टर अरुण कुमार मौर्य क्रिटिकल केयर यूनिट में तैनात थे, और जब घटना हुई, तब लड़की आइसोलेशन वार्ड में थी। रिम्स के सूत्रों के अनुसार, शिकायतकर्ता और आरोपी 21 मई से 27 मई तक नए ट्रॉमा सेंटर में कोविड-19 ड्यूटी पर थे। जूनियर डॉक्टर ने आरोप लगाया कि 27-28 मई की रात को आरोपी डॉक्टर ने उनके साथ छेड़छाड़ और रेप की कोशिश की। जिसके बाद उन्होंने मामले की जानकारी रिम्स के निदेशक को दी।
पुलिस ने दर्ज किया मामला, आरोपी डॉक्टर फरार
वहीं घटना की जानकारी के बाद जूनियर रेजीडेंट डॉक्टरों के एक ग्रुप ने शुक्रवार को बरियातू पुलिस थाने पहुंचकर आरोपी डॉक्टर को तुरंत गिरफ्तार करने और उसका मेडिकल लाइसेंस रद्द करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों में से कुछ ने आरोप लगाया कि पुलिस इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है क्योंकि आरोपी शहर के जाने-माने नेफ्रोलॉजिस्ट का रिश्तेदार है। एक जूनियर डॉक्टर ने कहा कि हम आरोपी डॉक्टर की जल्द गिरफ्तारी के लिए बरियातू थाने पहुंचे।
आरोपी डॉक्टर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कर रही छापेमारी
बरियातू थाने के थाना प्रभारी सपन महता ने कहा कि हमने फरार आरोपी डॉक्टर की गिरफ्तारी के लिए कई जगह पर छापेमारी की। हालांकि, उसका कोई पता नहीं चला। उन्होंने बताया कि आरोपी आईपीसी की धारा 376 और 511 के तहत मामला दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी ने ये भी कहा कि हमने रिम्स प्रबंधन से कहा है कि क्वारंटीन पीरियड खत्म होने के बाद पीड़ित लड़की का कोरोना टेस्ट कराएं, जिससे की हम उनका बयान दर्ज करने के लिए न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष उन्हें पेश कर सकें।